हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामनेई ने ईदे माबअस, माहे शाबानुल मुअज़्ज़म और इस्लामी इंक़लाब की सालगिरह के मुबारक मौके पर तीन हज़ार से ज़्यादा क़ैदियों की सज़ा में माफी या कमी या तब्दीली की मंज़ूरी दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी अदलिया (न्यायपालिका) के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन ग़ुलाम हुसैन मुहसिनी अजेहई ने रहबर-ए-इंक़लाब को एक खत भेजकर दरख्वास्त की थी कि इन मुबारक दिनों की मुनासिबत से 3,126 क़ैदियों की सज़ाओं में नरमी बरती जाए।
यह क़ैदी आम और इंक़लाबी अदालतों, सशस्त्र बलों की न्यायिक व्यवस्था और सरकारी सज़ाओं से जुड़े विभिन्न मामलों से संबंधित हैं।
रहबर-ए-इंक़लाब ने इस दरख्वास्त को मंज़ूर करते हुए इन क़ैदियों की सज़ाओं में कमी, माफी या तब्दीली का हुक्म जारी कर दिया इस क़दम को सामाजिक न्याय और इस्लामी परंपराओं के अनुसार रहमत और दरगुज़र की नीति का सिलसिला क़रार दिया जा रहा है।
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